केशकाल के छिपे हुए जलप्रपात कुऐमारी, लिमदरहा,आमादरहा
इस झरने के बारे में अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं है केशकाल से लगभग 20 km की दुरी पर स्थित
कुऐमारी जलप्रपात बहुत खूबसूरत है यह 70 - 80 फीट ऊंचा है। प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ जंगलो के बीच कुऐमारी जलप्रपात शांति का अनुभव कराने वाला है। अगर आप जाने का प्लान बना रहे है और आपको वहां के रास्ते की जानकारी नहीं है तो सही मार्गदर्शन से जाये रास्ते आपको भटका सकते है क्योकि जंगलों वाला इलाका होने के कारण मोबाइल इंटरनेट सही से नहीं मिल पायेगा। इसके आस पास आपको और कई प्राकृतिक झरने देखने को मिल जाएगा बरसात के दिनों में यह जलप्रपात देखने लायक होता है अगर आप केशकाल आये है तो देखने जरूर जाना चाहिए।
1. लीमदरहा वाटरफॉल :- केशकाल से 9.7 किमी की दुरी पर बावनिमारी गाँव स्तिथ है। बावनिमारी गाँव से होकर बहने वाला यह वाटरफॉल काफी ऊंचा और चौडा है । यह 25 फीट उँचाई से गिरता है और इसकी चौड़ाई 35 फीट है। यह वाटरफॉल बारहमासी है, इसमे पुरे 12 बारह महीने पानी बहता है, हालाँकि गर्मियो मे इसका पानी जरूर कम हो जाता है, पर पानी का बहाव जारी रहता है। जो काफी ज्यादा खूबसूरत है।
2. मिरदे वाटरफॉल :-
बावनिमारी से कुएमारी की तरफ बढने पर 2 किमी की दुरी पर बारहमासी मिरदे नाला से बहने वाले जलप्रपात को मिरदे जलप्रपात नाम दिया गया है। यह 70 फीट नीचे नीचे गिरता है।जलप्रपात प्राकृतिक सीढिय़ां बनी हुई,जो अपने आप मे रोमांच पैदा करती है। यहा करीब 8 से 9 सोपान है। इस पर पर्यटक आसानी से चढ़ सकते है।
3. मुत्तेखड़का वाटरफॉल :-
मिरदे से आगे बढ़ने पर 3.3 किमी की दुरी पर मडगाँव है। मडगाँव के बाहरी इलाके मे यह वाटरफॉल स्तिथ है। इस वाटरफॉल वाटरफॉल के नीचे छोटी-छोटी चट्टानें है,जो जलप्रपात को घेरे हुए है। इस जलप्रपात मे दो सोपान है। पहले सोपान की उँचाई 35 फीट है, वही दुसरा सोपान पहले से करीब 300 फीट दूर 7 फीट ऊंचा है। इसका नाम गोडी बोली से लिया गया है। जिसमे मुत्ते का अर्थ औरत और खडका का अर्थ खाई मे गिरता हुआ पानी होता है। साथ ही यह आदिवासी बहुल इलाका है, तो तो आप यहा उनका रहन सहन, कल्चर आदी से भी वाकिफ हो सकते है।